'संभल साम्राज्य रेडियो' की इस प्रस्तुति में सुनिए 'महासिद्ध ईशपुत्र' को कि वो प्राचीन 'गुरु-शिष्य' परंपरा पर क्या कह रहे हैं? वर्तमान काल में 'गुरु-शिष्य परंपरा' कलियुगी नास्तिकता और पाखण्ड के कारण अति प्रभावित हुई है। किन्तु फिर भी कुछ योग्य जनों ने इस परंपरा को भली-भांति सहेजा हुआ है और उच्च 'गुरु-शिष्य' परंपरा का पालन करते हैं।